रायपुर. छत्तीसगढ़ पुलिस के मोबाइल एप्लीकेशन सीजी-कॉप से थाने से लेकर सीनियर अफसरों को मोबाइल से ही शिकायत कर सकेंगे। खास बात यह है कि कोई भी व्यक्ति मुसीबत में होने या किसी अपराध का शिकार होने पर पुलिस से सलाह भी ले सकेगा। मोबाइल एप्लीकेशन को यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी लांच किया जाएगा। सीजी-कॉप का ट्रायल वर्जन प्ले स्टोर और एप स्टोर में अपलोड कर दिया गया है। सिक्योरिटी ऑडिट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसे जल्द ही लांच कर दिया जाएगा।
जिले के एसपी से लेकर थानेदार तक के नंबर
खास बात यह है कि मोबाइल एप्लीकेशन में जो सेवाएं हैं, उसके बारे में बताने के लिए भी एक सेक्शन है, जिससे कोई भी आसानी से एप्लीकेशन में मौजूद सभी तरह की सेवाओं को समझ सके। इसके अलावा सभी जिलों के एसपी से लेकर थानेदार तक के मोबाइल नंबर भी दिए गए हैं। इसकी मदद से संबंधित अधिकारी को सूचना या शिकायत बताई जा सकेगी।
ये सुविधाएं मिलेंगी एप में
- एफआईआर
- केस स्टेटस
- गिरफ्तार व्यक्ति की जानकारी
- ऑनलाइन शिकायत
- पुलिस टेलीफोन डायरेक्टरी
- पास का थाना खोजें
- चोरी-गुम वाहन
- चोरी-गुम मोबाइल
- गुमशुदा व्यक्ति
- अज्ञात शव
- हेल्पलाइन नंबर
- लोगों के सुझाव
मोबाइल का अपराध में इस्तेमाल तो नहीं
इससे पहले गुम हुए मोबाइल की सूचना एप्लीकेशन की मदद से दी जाती थी। अब मोबाइल चोरी होने या गुमने के बाद किसी अपराध में तो इस्तेमाल नहीं हुआ है, यह भी पता चल जाएगा। इसके लिए आरोपियों से जो मोबाइल जब्त होंगे, उसकी सूचना उपलब्ध रहेगी, जिसका मिलान किया जा सकेगा।
डीजीपी के निर्देश पर मे आई हेल्प यू सेवा
डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश पर ‘‘मे आई हेल्प यू’’ सेवा को शामिल किया गया है। इस सेवा के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति पुलिस को अपनी समस्या बताकर मदद मांग सकेगा। पुलिस अधिकारी जरूरी सलाह देंगे। लोग अपने पास के थाने या पुलिस को किसी भी विषय पर अपने सुझाव भी दे सकेंगे।
सभी हेल्पलाइन नंबर भी
मोबाइल एप्लीकेशन में सभी हेल्पलाइन नंबर डाले गए हैं। इसमें डायल 112 के साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम, फायर ब्रिगेड, महतारी एक्सप्रेस, मेडिकल इमरजेंसी, मुक्तांजलि, वुमन हेल्पलाइन, रेलवे और चाइल्ड हेल्पलाइन शामिल हैं। स्क्रीन पर इसे टच करने से ही संबंधित टोल फ्री नंबर पर डायल हो जाएगा।
एफआईआर के साथ केस स्टेटस भी मौजूद
मोबाइल एप्लीकेशन में किसी भी जिले या थाने में दर्ज एफआईआर का विवरण देखा जा सकेगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक 72 घंटे में यह उपलब्ध होगा। इसके अलावा किसी भी केस का केस स्टेटस भी देखा जा सकेगा कि किसी थाने में दर्ज केस में गिरफ्तारी या चालान पेश हुआ है या नहीं।
जल्द ही लांच करेंगे
सीजी-कॉप मोबाइल एप में नए फीचर्स जोड़े गए हैं, जिससे लोगों के ज्यादा से ज्यादा काम आ सकें। इसमें लोग एफआईआर देखने के अलावा केस स्टेटस देख सकेंगे। अपनी शिकायतों के अलावा पुलिस थाने या अधिकारियों को सुझाव भी दे सकेंगे।