मध्यप्रदेश में कई जिलों में मौत के बाद भी नहीं मिलता सुकून, ऐसे होता है अंतिम संस्कार

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प्रदेश सरकार के दावों की खुली पोल, भरी बरसात में हुआ अंतिम संस्कार

कटनी – सरकार चाहे कितना भी स्वर्णिम मध्यप्रदेश का दावा करे लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अंतिम संस्कार ने मानवता को शर्मसार कर दिया है ।

शिवराज सरकार भले ही MP को विकासशील प्रदेश कहते हो लेकिन जब इसकी जमीनी हकीकत सामने आती है तो सभी दावे धरे के धरे रह जाते है कुछ ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा जो आपके दिल को झंझोर रख देगा जहाँ मध्यप्रदेश में विकास के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है ।

मामला मध्यप्रदेश के कटनी जिले का है जहां ढीमरखेड़ा के ग्राम इटोली के 72 वर्षीय बैद्यनाथ की मौत हुई। जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से अंतिम संस्कार हो ही रहा था तभी तेज बारिश शुरू हो गई, बारिश देखते ही ग्रामीणों ने त्रिपाल लेकर पूरे चिता को ढक दिया ।
ग्रामीणो द्वारा लगभग आधा घंटा से ज्यादा समय तक चिता को पॉलिथीन से ढंककर खड़े गया। थोड़ी देर बाद जब चिता में अग्नि लगाई गई तब जाकर ग्रामीण दूर हटे।

मानवता को शर्मसार करने वाला वीडियो सरकारी अव्यवस्था से रूबरू कराता

मानवता को शर्मसार करने वाला ये वीडियो सरकारी अव्यवस्था से रूबरू करता दिख रहा। देख जाए तो ये ग्रामीण त्रिपाल से शव को नही बल्कि मध्यप्रदेश की नाकामी ढ़कने की कोशिश कर रहे। ग्रामीणों की माने तो उनकी आंखों के सामने से कई सरकार आकर चली गई लेकिन उनकी शमशान की मांग अब तक पूरी नही हुई। हालांकि ऐसी स्थिति सिर्फ कटनी के एक गांव की ही नही बल्कि ऐसे कई जिले है जहां अब तक श्मशान घाट की कोई व्यवस्था नही हालांकि वाइरल वीडियो के बाद प्रशासन की ओर से कोई सफाई या आश्वसान नही मिला लेकिन गांव में शमशान घाट न होने से ग्रामीणों में नाराजगी साफ देखी जा सकती है ।

जिम्मेदारों ने विजयपथ समाचार से कहा जल्द करेंगे निर्माण

विजयपथ समाचार प्रतिनिधि से बातचीत में मुक्तिधाम निर्माण को लेकर इंजीनियर ने बताया कि पहले निर्माण में शेड का प्रावधान नहीं था। अब पंच परमेश्वर योजना से निर्माण करवाएंगे। सीईओ जिला पंचायत ने भी अन्तिमसंस्कार खुले में होने की घटना सामने आने की बात कही है

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