(डॉ विजयवर्गीय)
- मप्र में अब कैदियों को कोरोना जांच के बाद ही जेल में लिया जाएगा
- कोरोना पॉजीटिव कैदियों को अलग सेल में किया जाएगा क्वारेंटीन
- 41 कैदियों को को विदिशा मेडिकल में शिफ्ट किया गया अन्य कैदियों को रायसेन जेल में किया गया क्वारेंटीन
रायसेन.– रायसेन ज़िले की बरेली उप जेल में उस वक्त हड़कम्प मच गया था जब 67 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए । जिसमे प्रशासन केेई गलती सामने आई थी । मंत्री प्रभुराम चौधरी और जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के आदेश दिए थे जिसमें जेलर को दोषी माना गया और आज जेल मंत्री ने रायसेन जेलर विनय जंडेलवाल को तत्काल सस्पेंड करने के दिए निर्देश दिए है ।
41 कैदियों को विदिशा मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया है बाकी सभी 23 कैदियों के लिए जेल में देंगे इलाज की सुविधा
गौरतलब है कि रायसेन ज़िले की बरेली उपजेल में कोरोना बम फट गया है। यहां स्टाफ और 67 कैदियों के एक साथ कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जेल प्रशासन परेशान हो उठा था जेल में कोरोना वायरस कैसे और कहां से पहुंचा इसकी पड़ताल के निर्देश दिए गए थे ।
क्या कहा मंत्री ने
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि रायसेन जिले के बरेली की उप जेल के गंभीर संक्रमितों को भोपाल शिफ्ट करने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘रायसेन की बरेली जेल एक छोटी जेल है, वहां जो कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनके लिए जेल को ही कोविड-19 वार्ड बना रहे हैं। जो कैदी गंभीर संक्रमित हैं, उन्हें भोपाल शिफ्ट किया जाएगा।’ वहीं स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि बरेली जेल में कोरोना कैसे पहुंचा, इसकी जांच कराएंगे।
कैसे फैला संक्रमण
इतनी बड़ी संख्या में कैदी कोरोना से संक्रमित कैसे हुए इसका पता लगाया जा रहा है ।अनुमान है कि बाहर से आये नये कैदियों से ये वायरस जेल में पहुंचा । SDM बरेली ब्रजेंद्र रावत ने कहा इस मामले में किसकी लापरवाही है और कैसे कोरोना पहुंचा कई बिन्दुओं पर इस पूरे मामले पर जांच की गयी
सर्दी जुखाम होने पर भेजे थे सैंपल
जेल में कई कैदियो को सर्दी जुखाम की शिकायत थी ।जिस के बाद जेल अफसर एसडीएम और डॉक्टरों की टीम ने उप जेल पहुंच कर उनकी जांच की । फिर सभी के सैम्पल लेकर कोरोना टेस्ट के लिए भेजे गए. रिपोर्ट आयी तो सबके होश उड़ गए ।इनमें से 67 लोग पॉजिटिव मिले।
प्रशासन की लापरवाही आयी सामने
इस पूरे मामले में अब तक जेल प्रशासन की लापरवाही समझ आ रही है ।पुलिस ने फरार घूम रहे और छोटे जुर्म के कई आरोपियों को भी पकड़ कर इस उप जेल में भेज दिया.ऐसे समय में जेल में अधिक कैदी होने के कारण कोरोना को लेकर सुरक्षा नही हो पायी ।अंदाजा लगाया जा रहा है बाहर से आये ऐसे ही किसी कैदी से पूरी जेल संक्रमित हुई है । सूत्रों की जानकारी अनुसार बाहर से आये कैदियों का मेडिकल भी नहीं कराया गया |