(डॉ विजयवर्गीय)
सिंगरौली –
शासकीय चिकित्सक ही अब कोरोनॉ महामारी को मजाक बनाने में लगे है ऐसा ही एक फ्राड मामला सिंगरौली से सामने आया है । हमारे विजयपथ रिपोर्टर अनुसार डॉक्टर ने अपनी पत्नी की पहचान छिपाने के लिए घर की मेड(नोकरानी) के नाम से पत्नी का कोरोना सेम्पल टेस्ट के लिए भेज दिया. मामले का खुलासा तब हुआ जब स्वास्थ्यकर्मियों की टीम मेड के घर पर पहुंची. शासकीय चिकित्सक पर कोरोना पॉजिटिव पत्नी की जानकारी छिपाने का आरोप लगा है. आरोप है कि डॉक्टर ने उत्तर प्रदेश में एक शादी समारोह में शामिल अपनी पत्नी का सैंपल अपनी नौकरानी के नाम पर जांच के लिए भेज दिया. पत्नी में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण के बाद जांच के लिए सैंपल भेजा गया था. बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने जानकारी छिपाने के उद्देश्य से ये कदम उठाया. उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है.
शादी समारोह में शामिल होने UP गया था डॉक्टर का परिवार
रिपोर्ट के मुताबिक सिंगरौली के खुटार स्वास्थ्य केंद्र में तैनात बीएमओ डॉ. अभय रंजन सिंह अपने परिवार के साथ पूर्वी उत्तरप्रदेश के बलिया में 23 जून को शादी में शामिल होने के लिए गए थे. वह 1 जुलाई को वापस आ गए, इसी बीच उनकी पत्नी में कोविड-19 के लक्षण मिले. इसके बाद डॉक्टर ने अपने घर की नौकरानी के नाम पर पत्नी के नमूने जांच के लिए भेजे. सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टरों की टीम नौकरानी के घर पहुंची. इसके बाद धोखाधड़ी का खुलासा हुआ ।
चिकित्सक सहित 2 सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव
खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बीएमओ डॉ. सिंह के घर पहुंची. इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों की भी जांच की गई. इसमें डॉ. सिंह समेत परिवार के 2 अन्य सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले. सिंगरौली के बैढ़न थाना प्रभारी अरुण पांडेय ने बताया कि महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत डॉक्टर के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. वायरल संक्रमण से ठीक हो जाएंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल डॉक्टर के संपर्क में आए 33 सरकारी कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया है, जिसमें एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट भी शामिल हैं.