भौपाल- 11 जुलाई 2020
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कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए अब वनस्टॉप सेंटर एवं स्वाधार गृह में अस्थायी अथवा स्थायी रूप से प्रवेश प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं एवं बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराना अनिवार्य होगा। संचालक ,महिला बाल विकास स्वाति मीणा नायक ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सभी जिलों में संचालित वनस्टॉप सेंटर के प्रशासकों को दिशा-निर्देश जारी किये है।
निर्देशानुसार वनस्टॉप सेंटर एवं स्वाधार गृह में अस्थायी अथवा स्थायी रूप से प्रवेश प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं एवं बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। चिकित्सक द्वारा कोरोना संक्रमित न होने की जानकारी देने पर ही वनस्टॉप सेंटर या स्वाधार गृह में महिला एवं बालिका को प्रवेश दिया जायेगा।
कोरोनॉ लक्षण दिखने पर पूर्ण स्वस्थ होने पर ही प्रवेश
कोरोना वायरस की संदिग्ध स्थिति में उन्हें जिले में स्थापित क्वारेंटीन सेंटर में प्रोटोकॉल के अनुरूप रखा जायेगा। कोरोना वायरस संक्रमित महिला /बालिका को पूर्ण स्वस्थ होने पर ही वनस्टॉप सेंटर/स्वाधार गृह में प्रवेश दिया जायेगा।यदि जिले में सुरक्षित क्वारेंटीन सेंटर नहीं है ,तो प्रशासन के सहयोग से वनस्टॉप सेंटर /गृह के नज़दीक ही क्वारेंटीन सेंटर की व्यवस्था किये जाने के निर्देश है।
वनस्टॉप सेंटर /स्वाधार गृह में प्रवेश लेने वाली महिलाओं को कुछ दिन सावधानी के तौर पर पृथक कक्ष में सोशल डिस्टेन्सिंग के साथ रखना अनिवार्य होगा। संक्रमण के बचाव के लिए निवासरत महिलाएं /बालिकाएं तथा समस्त स्टाफ सोशल डिस्टन्सिंग,मास्क का उपयोग ,निरंतर हाथ धोने, सेनिटाइज़र उपयोग के गाइड लाइन का पालन करना होगा। अधीक्षक एवं प्रशासक द्वारा वनस्टॉप सेंटर /स्वाधार गृह की सभी महिलाओं /बालिकाओं को बचाव के लिए मास्क ,टिश्यू पेपर ,फिनाइल ,साबुन ,पेपर नैपकिन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्य करते हुए संक्रमण से बचाव की संपूर्ण जानकारी से अवगत करना होगा। किसी भी महिला अथवा बालिका को सर्दी जुकाम संक्रमित होने की दिशा में तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लिये जाने और आपात स्थिति में उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराये जाने के निर्देश दिये गये है।
वर्जन
वनस्टॉप सेंटर में अस्थायी अथवा स्थायी रूप से प्रवेश प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं एवं बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराना अनिवार्य होगा।
स्वाति मीना नायक
संचालक ,महिला बाल विकास