प्रधानमंत्री लोन एवं कोविड-19 के लिए लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ़्तार, छह सौ से अधिक लोगों को बनाया ठगी का शिकार

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विजयपथ

भोपाल. प्रधानमंत्री लोन एवं कोविड-19 पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय शातिर ठगों के एक गिरोह को भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। इस गिरोह के 6 सदस्य ही अब तक देशभर में 661 लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। आरोपी कम ब्याज पर 15 लाख रुपए का लोन दिलाने के नाम पर पौने दो लाख रुपए ले लेते थे। लोगों को फंसाने के लिए वह मोबाइल पर प्रधानमंत्री लोन एवं कोविड-19 का मैसेज भेजते थे। हैरानी की बात यह है कि 12वीं तक पढ़ा एक आरोपी ही इस गैंग में सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा है। पुलिस ने का दावा है कि हर एक से करीब 20 से 30 हजार की ठगी तो कम से कम हुई है। गिरोह के ट्रांजेक्शन की जानकारी के बाद ही रकम का खुलासा हो पाएगा

7वीं वाहिनी बिसबल के एक जवान करवसेन नेहरा ने सायबर क्राइम ब्रांच में धोखाधड़ी की शिकायत की थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो आरोपियों के खिलाफ शिकायतों का अंबार लग गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भोपाल उपेन्द्र जैन ने बताया कि नेहरा से आरोपियों ने लोन दिलाने के पर 1,81,808 रुपए दो अलग-अलग खातों में जमा करवाए थे। उसके बाद से गायब हो गए थे।

पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की थी। इसने 6 ठगों को गिरफ्तार किया है। ठगों के पास से लैपटॉप, पेनड्राइव, 16 मोबाइल फोन, 8 रजिस्टर (लेन-देन विवरण), 36 पॉकेट डायरी और कुछ फर्जी दस्तावेज (पेन कार्ड, आधार कार्ड) मिले हैं। दस्तावेजों की जांच की जा रही है।आरोपी समाचार पत्रों में आसान किस्तों पर लोन व कम परसेंट पर ब्याज देने का विज्ञापन देते थे। इसके लिए प्रधानमंत्री स्कीम और कोविड-19 के नाम पर आकर्षक ब्याज दरों पर 15 लाख रुपए तक का लोन दिलाने का झांसा देते थे। अंत में मोबाइल नंबर होते थे। फोन पर ही लोन की प्रोसेसिंग फीस, लोन के लिए बीमा आदि के बहाने जवान से 1,81,808 रुपए अपने दो फर्जी नाम पर खोले गए खातों में जमा करवा देते थे। यह पैसा आरोपी एटीएम के माध्यम से निकाल लेते थे।

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