सुरेश मेवाडे
भौपाल-कल 19 जून को राज्यसभा के लिए मध्यप्रदेश में चुनाव आयोजित हुआ जिसमें मध्यप्रदेश के सभी दल के विधायकों ने वोट डाले जिसमें कुणाल चौधरी जोकि कोरोना पॉजिटिव थे उन्होंने भी पीपी किट पहन के वोटिंग की लेकिन आज मालवा के कद्दावर भाजपा विधायक के पोसिटिव आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गई और मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ,देवीसिंग धाकड़ ,दिलीप मकवाना सहित कई बीजेपी विधायक जेपी अस्पताल में अपना टेस्ट कराने पहुंचे ।
पोसिटिव आये विधायक की माताजी पहले ही कोरोना पॉजिटिव थी। अब विधायक भी पोसिटिव आये है भोपाल में ही टेस्ट हुआ था।
गौरतलब है कि विधानसभा में हुए राज्यसभा के चुनाव के लिए यह विधायक पूरे सदन में दिनभर मौजूद रहे थे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से लेकर अधिकतर कांग्रेश भाजपा के विधायकों के भी संपर्क में रहे
क्या आम आदमी ही नियमो के लिए बाध्य है
कोविड 19 में संक्रमित व्यक्ति अस्पताल में रहने के दौरान सही होने तक बाहर नहीं जा सकता लेकिन राज्यसभा के हुए चुनाव में कांग्रेस दल के कुणाल चौधरी जो कि कोरोना पॉजिटिव है उसके बावजूद भी पीपी किट पहन के वोट करने कल विधानसभा गए थे क्या यह कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं है सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस पर आपत्ति उठाई है और कहा है कि क्या आमजन ही नियमों को मानने के लिए बाध्य है राजनेता लोगों को नियम मानने की कोई बाध्यता नहीं है
अब देखना है कि सरकार किस प्रकार से इनके ऊपर कार्रवाई करती है पूरे नियम आम आदमी के लिए ही हैं