● प्रदेश के इतिहास में पहली बार केबिनेट की vartual बैठक
● CM ने कहा खुद बनाई चाय,कपड़े भी खुद धोए
भोपाल। — मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार मंगलवार को शिवराज कैबिनेट की वर्चुअल बैठक हुई ।इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना इलाज के दौरान के अपने अनुभव बताए. COVID-19 का इलाज करा रहे सीएम शिवराज ने कहा कि मैं पूरी तरीके से स्वस्थ हूं। लगातार काम करने का प्रयास कर रहा हूं ।अस्पताल में अपनी चाय खुद बना रहा हूं और अपने कपड़े भी खुद धो रहा हूं। कोरोना स्वावलंबन सिखाता है। कोरोना से बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है. मेरे हाथ का फ्रैक्चर हुआ था और मुझे भी फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती थी, लेकिन अस्पताल में कपड़े धोने के दौरान हाथ का मूवमेंट लगातार हो रहा है, जिसके कारण हाथ में भी काफी आराम मिला है।
शिवराज कैबिनेट की पहली वर्चुअल बैठक में कई अहम मुद्दों पर लिया गया फैसला।इसके तहत चंबल एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट का नाम अब चंबल प्रोग्रेस वे करने का निर्णय लिया गया ।इसके अलावा सभी मंत्री अपने विभागों का संकल्प 15 अगस्त तक पेश करेंगे. आपको बता दें कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें भोपाल के कोविड-केयर सेंटर चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था ।बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शिवराज सिंह चौहान को फोन कर उनका हाल-चाल लिया था।
एमपी ने रचा इतिहास
वर्चुअल बैठक में कहा गया कि मध्य प्रदेश राज्य एक इतिहास रच रहा है. कैबिनेट के इतिहास में वर्चुअल बैठक पहली बार हो रही है. यह हमारे संकल्प का परिचायक है कि परिस्थिति चाहे कोई भी हो प्रदेश की जनता का काम हम रुकने नहीं देंगे. अगर अस्पताल से भी जरूरत पड़ी तो हम बैठ कर काम करेंगे. ईश्वर हमें शक्ति दें जिससे हम जनता के कार्यों को बेहतर तरीके से कर सके इन्हें संपादित कर सकें.
अलर्ट रहने से बचा जा सकता है
सीएम ने कहा कि मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा यहां बैठे हैं, मंत्री बनने से पहले संक्रमित हो चुके हैं। समय पर सचेत होकर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। सकलेचा ने भी ऐसा ही किया है। इस संक्रमण से डर तभी है जब यह लंग्स तक पहुंच जाए। यदि किसी को लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सकों का परामर्श लें जिससे इस पर नियंत्रण किया जा सके।
मंत्रियों को पहले प्रैक्टिस कराई
वर्चुअल कैबिनेट शुरू होने से पहले मंत्रियों को इसकी प्रैक्टिस कराई गई। इसका ट्रायल रन सुबह हुआ। मंत्रियों को एजेंडा पहले ही बता दिया गया था।